
एनएसजी परिवारों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 1991 में एनएसजी वाइब्स वेलफेयर एसोसिएशन का गठन किया गया था । अपने गठन के समय से ही इसने एनएसजी परिवारों के जीवन को समृद्ध बनाने की दिशा में प्रयास शुरु कर दिए थे । फरवरी 2013 में इस संस्था का "नव्या" के रुप में पुन: नामकरण किया गया । इसने एक और मील का पत्थर पार किया जब 18 जुलाई, 2013 को नव्या अपने प्रतीक चिह्न और आदर्श वाक्य के साथ पंजीकृत निकाय बन गई । नव्या ने स्वास्थ्य, शिक्षा, वातावरण और विकलांग बच्चों के पुनर्वास जैसे क्षेत्रों में पहल की । इसने नई पीढ़ी में कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने का भी प्रयास किया ।
अध्यक्ष्या, नव्या का संदेश

संध्या गणपति
हमारी समृद्ध भारतीय संस्कृति ने हमें त्योहारों की एक ऐसी शृंखला प्रदान की है जिससे लोगों के बीच खुशी और उल्लास का माहौल बना रहता है । हमारे त्योहार हमें समाज में मिल-जुल कर रहने की भावना जगाते हैं, जहां हम सब एक साथ मिलकर जश्न मनाते हैं ।
हमने COVID-19 महामारी का बहुत बहादुरी से सामना किया है और इस दौरान हमने मानसिक चिंता, खराब स्वास्थ्य और यहां तक कि किसी अपने को खोने का शोक भी सहा है ।
अब समय आ गया है कि इस दुःखद अतीत को पीछे छोड़ें और सामूहिक तौर पर जो हमें सीखने को मिला है उस पर विचार करें।
त्योहारों का समय आ गया है। आईये हम अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर जश्न मनाएं, पर बहुत सावधानी के साथ।
हम सभी को COVID-19 प्रोटोकॉल - SMS (सोशल डिस्टेंसिंग, मास्किंग और स्वच्छता) का पालन करना चाहिए ।
हम अपने त्योहारों का तभी सही आनंद ले सकते हैं जब हम अपना ध्यान भी रखें और दूसरों का भी। आनेवाले त्योहारों की हार्दिक शुभकामनाएं।
शुभकामना संदेश
लोहड़ी, मकर संक्रान्ति, पोंगल और बिहू का ये पर्व आप के लिए शुभ हो ,मंगलदायी हो आनन्द देने वाला हो ,प्रसन्नता बिखरने वाला हो ,व आप के जीवन मे प्रगति और कल्याण का नया सवेरा लाने वाला हो। मेरी कामना है कि जीवनदायी उर्वरता के प्रतीक यह त्योहार व उत्तरायण का सूर्य आपके स्वप्नों को नयी ऊष्मा प्रदान करे। आपके यश एवं कीर्ति में उत्तरोत्तर वृद्धि हो।आप परिजनों सहित स्वस्थ रहें,दीर्घायु हों, मैं यही प्रार्थना सूर्य नारायण भगवान से करती हूं
जय हिंद
संध्या गणपति, अध्यक्ष्या, नव्या