
एनएसजी परिवारों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 1991 में एनएसजी वाइब्स वेलफेयर एसोसिएशन का गठन किया गया था । अपने गठन के समय से ही इसने एनएसजी परिवारों के जीवन को समृद्ध बनाने की दिशा में प्रयास शुरु कर दिए थे । फरवरी 2013 में इस संस्था का "नव्या" के रुप में पुन: नामकरण किया गया । इसने एक और मील का पत्थर पार किया जब 18 जुलाई, 2013 को नव्या अपने प्रतीक चिह्न और आदर्श वाक्य के साथ पंजीकृत निकाय बन गई । नव्या ने स्वास्थ्य, शिक्षा, वातावरण और विकलांग बच्चों के पुनर्वास जैसे क्षेत्रों में पहल की । इसने नई पीढ़ी में कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने का भी प्रयास किया ।
नव्या का लक्ष्य एवं उद्देश्य
- महिला सशक्तिकरण
- शैक्षिक/व्यवसायिक और प्रबंधकीय योग्यता
- विधवाओं और विकलांग बच्चों का पुनर्वास
- निवारक स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देना
- खेल-कूद तथा सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन करना
- सामाजिक दायित्वों को निर्वह्न करना
नव्या का प्रतीक चिह्न
नव्या का प्रतीक चिह्न महिला की शक्ति, पहल और पालन-पोषण स्वरुप और इस विशिष्ट बल के साथ घनिष्ठ संबंधों को अभिव्यक्त करता है । प्रतीक चिह्न में महिला, आदर्श वाक्य और इसके रंग नव्या के लोकाचार के प्रतीक हैं ।
पुस्तक के साथ महिला- यह नव्या का सभी को विशेष रुप से लड़कियों में शिक्षा व ज्ञान के प्रसार को बढ़ावा देने के प्रयासों का प्रतीक है ।
बर्तन के साथ महिला – यह कुशल गृहणी का प्रतीक है जो परिवार में संतुलन कायम करती है ।
महिला दोना बाजू फैलाए हुए- यह ऊचाईयों को छूने और हर क्षेत्र में अग्रणी होने का प्रतीक है ।
हथेली- जो हाथ झूला झुलाते हैं, विश्व पर शासन भी करते हैं ।
सतरंगी घेरा- इन्द्रधनुष के सात रंग, संगीत के सात सुर एनएसजी की विविधता के प्रतीक हैं ।
सुदर्शन चक्र- एनएसजी का प्रतीक है ।
आदर्श वाक्य: प्रेरणा, जागृति विश्वास
प्रेरणा: एक महिला क प्रेरक के रुप में महत्व को दर्शाता है ।
जागृति: लोगों को उपर उठने के लिए प्रोत्साहित करना ।
विश्वास: स्वयं और संगठन में विश्वास को दर्शाता है ।