सुरेश चंद यादव

सुरेश चंद यादव

सुरेश चंद यादव

(01/06/1961 - 25/09/2002)

जेसी- 568162एम, सहा0कमां-। सुरेश चंद यादव का जन्म 01 जून, 1961 को राजस्थान के जिला-अलवर के गांव खेतान खेड़ा में हुआ था । वे 30 दिसम्बर, 2001 को 51एसएजी, एनएसजी में शामिल हुए । 24 सितम्बर, 2002 को दो सशस्त्र आतंकवादियों ने अक्षरधाम स्वामी नारायण मंदिर, गांधीनगर, गुजरात में प्रवेश किया और अंधाधुंध गोलीबारी शुरु कर दी । आतंवादियों ने परिसर में उपस्थित 30 लोगों को मार दिया और 10 से ज्यादा लोगों को घायल कर दिया । स्थिति से निपटने के लिए एनएसजी को जिम्मेदारी दी गई थी । सहा0कमां0-। सुरेश चंद यादव, जो टास्क फोर्स का हिस्सा थे, आतंकवादियों को विचलित करने और आतंकवादियों पर हमला करने के लिए आगे बढ़ रहे कमांडो को कवर देने के लिए कमांडो के एक समूह का नेतृत्व कर रहे थे । आतंकवादी गहरी झाड़ियों और अंधेरे में थे । इस बीच उनकी टीम के एक कमांडो को एक गोली लगी। सहा0कमां0-। सुरेश चंद यादव ने अपनी जिंदगी और व्यक्तिगत सुरक्षा की परवाह किए बिना भारी गोलीबारी के बीच में आगे बढ़कर कमांडो को सुरक्षित रुप से बाहर निकाला । इसके बाद उन्हें अहसास हुआ कि उनके टीम कमांडर भी सटीक और भारी गोलीबारी में फंस गए हैं । सहा0कमां0-। सुरेश चंद यादव ने टीम कमांडर को कवर फायर देने के लिए आगे की तरफ रेंगना शुरु किया ताकि वह उनको निकाल सके । टीम कमांडर के साथ संपर्क स्थापित करने के बाद सहा0कमां0-। सुरेश चंद यादव ने आतंकियों पर ग्रेनेड दागे । ऐसा करने के दौरान वे आतंकवादियों की सीधी गोलीबारी में आ गए जिससे टीम के बाकी सदस्यों को आतंकवादियों को मार गिराने के लिए सुरक्षात्मक ढंग से आगे बढ़ने का मौका मिल गया । जब वे आतंकवादियों से 05 मीटर से भी कम दूरी पर थे तो उनके चेहरे पर सीधे जोरदार गोलीबारी हुई और वे गंभीर रुप से घायल हो गए । अत्यधिक रक्तस्राव के बावजूद अपनी गंभीर चोटों के कारण दम तोड़ने से पूर्व वे आगे बढ़े और नजदीकी लड़ाई में एक आतंकवादी को मार गिराया । सहा0कमां0-। सुरेश चंद यादव ने 25 सितम्बर, 2002 को "ऑपरेशन वज्र शक्ति" के दौरान अदम्य साहस, मिशन के लिए पूर्ण समर्पण, नेतृत्व और उच्चकोटि की सामरिक दक्षता का परिचय दिया और अपना जीवन राष्ट्र के लिए बलिदान कर दिया । वीरता के इस कार्य के लिए अन्हें अशोक चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया । उनके परिवार में उनकी मां श्रीमती डोडी देवी, पिता श्री गोकुल राम यादव, पत्नी श्रीमती चंद्रा और तीन बच्चे कुमारी सुनीता, मास्टर मनोज कुमार और मास्टर संदीप सिंह हैं ।