ले. कर्नल निरंजर ई.के.

ले. कर्नल निरंजर ई.के.
(02/05/1981 - 03/01/2016)02 मई, 1981 को जन्में, आईसी-66162एल ले0कर्नल निरंजन ई0के0 24 मई, 2014 को एनएसजी के बी0डी0यूनिट में शामिल हुए । 03 जनवरी, 2016 को दिन में एयर बेस पठानकोट (पंजाब) में लगभग 0730 बजे ऑपरेशन "दांगु सुरक्षा" के दौरान एनएसजी की आतंक विरोधी कार्य बल की बम डिस्पोजल टीम को सेनिटाईजेशन ऑपरेशन के हिस्से के रुप में जीवित ग्रेनेड, गोले और आतंकवादियों के मृत शरीरों को निकालने और कब्जे में करने का कार्य सौंपा गया था । परिचालन क्षेत्र बहुत ज्यादा पेड़-पौधे और विस्फोटक उपकरणों से अटा पड़ा था । ले0 कर्नल निरंजन ई0के0 आईईडी और आतंकवादियों के मृत शरीर को बरामद करने के इस अत्यधिक जोखिम भरे कार्य के लिए अपनी टीम का नेतृत्व करने के लिए स्वेच्छा से आगे आए । उन्होंने प्रभावी ढंग से आतंकवादियों के दो मृत शवों को हटा दिया और शवों से बंधे हुए आईईडी को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया । अपनी टीम की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वे अपनी परवाह किए बिना तीसरे आतंकवादी के शरीर को बरामद करने के लिए आगे बढ़े । ऐसा करने के दौरान एक छुपाया हुआ ग्रेनेड फट गया जिसमें उनके शरीर में बहुत गहरे घाव हो गए जिसकी वजह से वे शहीद हो गए । उनकी वीरतापूर्वक कार्रवाई ने ऑपरेशन को सफलतापूर्वक संचालित करने तथा 02 और आतंकवादियों को ढ़ेर करने में भाग लेने वाले साथियों के लिए एक सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया । इस वीरतापूर्वक कार्य के लिए उन्हें शौर्य चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया गया । उनके परिवार में उनकी मां श्रीमती राधा शिवराजन, पत्नी डॉ0 राधिका के0जी0 और बेटी विस्मया हैं ।